दिल्ली के कालिंदी कुंज में रहने वाले मोहम्मद फारूक ने बताया, 'मैं 2012 से भारत में रह रहा हूं। सरकार से एक ही अपील है कि हमें यहां रहने दिया जाए। म्यांमार में हमने काफी अत्याचार सहन किए हैं।'
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Sunday, October 7, 2018
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