पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाले समूह टॉक्सिक लिंक द्वारा किए गए शोध ये बात सामने आई है। इस सर्वे के अनुसार भारतीय बाजार में बिकने वाले तमाम पर्सनल केयर प्रॉडक्ट्स की लैब टेस्टिंग में पाया गया है कि अधिकतर कॉस्मेटिक्स में नॉन-बायोडिग्रेडेबल माइक्रोबिड्स पाए जाते हैं जो पानी के जरिए जलाशय और समुद्र में पहुंचते हैं।
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