गोल्ड की कहानी लंदन ओलंपिक 1948 में भारत की जीत से प्रेरित है। ये जीत भारत के आजाद होने के एक साल बाद मिली थी। ये खास थी क्योंकि पहली बार इंडिया ब्रिटिश इंडिया का प्रतिनिधित्व नहीं कर रही थी। प्लेयर्स दुनिया के सामने ये साबित करके गर्व महसूस कर रहे थे कि वे एक एक आजाद देश के रूप में भी खेल कर जीत सकते हैं।
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